रामलीला मंचन की एक झलक।  

रामलीला मंचन की एक झलक देखने को यहां के लोग एक वर्ष का इंतज़ार करते हैं। जी हां यह बात सौ फीसदी सच है यहां रामलीला मंचन करने वाले पात्रों को देखकर यह प्रतीत होता है कि मनो सचमुच के वही रामलीला है जिसे पौराणिक एतिहास में दर्शाया गया हों। तभी तो यहां राम प्रेमियों की संख्या देखने वाला होता है। वहीं यहां रावण का पात्र करने वाले सुनील बड़ोला को देखकर कुछ तो उन्हें नमन करते हैं तो वहीं छोटे व नन्हें बच्चे बडोला के विक्राल रावण की भेष भूषा व रावण की हुंकार देखकर भयभीत हो जाते है। आपको बता दूँ की यहाँ पिछले सात वर्षों से भव्य रामलीला का महोत्सव मनाया जाता है जिसे देखने दूर दराज़ से लोग मंचन देखने आते है। वही कल मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकरर धीरेन्द्र पंवार भी बालावाला के इस रामलीला मचंन देखने पहुंचे। श्री देवभूमि रामलीला समिति ने अपने मुख्य अतिथि  धीरेन्द्र पंवार को शॉल से सम्मानित कर रामलीला मंचन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पहुंचे मुख्य अतिथि पंवार ने बालावाला स्थित लोगों का आभार प्रकट किया और कहा कि जिस प्रकार से राम की लीला में दर्शाया गया की अहंकारी रावण का अंत हुआ और सत्य की जीत। ठीक उसी प्रकार से हम अपने समाज में लोगो को सच्चाई की ओर जाने के लिए जागरूक करें और अन्याय से दुरी बनाने की  सलाह व जागरूक करे जिससे कि समाज में लोग अपना सर उठाकर चल सकें